Monday 24 September 2018

राजस्थान के शिक्षा मंत्री जी ने कहा है कि गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत की खोज न्यूटन ने नहीं किन्हीं ब्रह्मगुप्त ने किसी ब्रह्मस्फुटक सिद्धांत नामक ग्रन्थ में की थी। उनकी खोज का सम्मान होना चाहिये।
जैसा कि हमारे महान जम्मूद्वीप में होता है, अधिकाँश भावुक लोग गर्वोन्मत्त हो गए हैं तथा कुछ संदेहवादी/तर्कवादी उपहास भी उड़ा रहे हैं।
मैं किसी भी दावे को यूँ ही खारिज़ या स्वीकार करने के पूर्व चंद बातें जानना चाहूंगा -
1. ये ब्रह्मस्फुटक सिद्दांत किस काल की रचना है?
2. इसकी कोई पांडुलिपि सुरक्षित है क्या?
3. भारतीयों में विज्ञान क्षेत्र के अवदान से हम सभी वाकिफ़ हैं, गुरुत्वाकर्षण अब तक छुपा क्यों रहा?
4. इस किताब में गुरुत्वाकर्षण का सिद्दांत सूत्र या प्रमेय के रूप में है या कल्पना/उल्लेख मात्र है?
5. इसके intellectual property rights के दावे को लेकर सरकार/व्यक्ति/संस्था द्वारा किसी तरह का प्रयास हो रहा है क्या?

यदि इन प्रश्नों का तार्किक और प्रामाणिक उत्तर मौजूद है तो आगे बात संभव है अन्यथा कोई और क्या जगहंसाई करेगा, हम खुद ही ढपोरशंख साबित हुए जा रहे हैं।

- जनवरी 2018

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