Sunday, 6 July 2014

Does he know a mother's heart


 वैसे तो कि‍सी भी कार्य का सफलतापूर्वक पूरा होना बेहद सुखद एहसास लेकर आता है। परंतु जि‍स अनुवाद कार्य में मैं वि‍गत छह माह से तल्लीन था, वह आज पूरा हुआ। इतना ही कहूंगा कि‍ श्री अरुण शौरी की इस पुस्तक का अनुवाद कर मैं स्‍वयं भी गौरवान्‍वि‍त अनुभव कर रहा हूं। इस पुस्‍तक के अनुवाद के बाद अरुण्‍ा शौरी और ज़िंदगी के बारे में मेरा नजरि‍या अवश्‍य बदला है। इस पुस्‍तक के माध्‍यम से ही मुझे इस्‍लाम, ईसाईधर्म, बौद्धधर्म, हिंदू धर्म, आध्‍यात्‍म के अलावा कुछ संतों की वि‍चारधारा को नजदीक से समझने का अवसर मि‍ला। 450 पेज की इस पुस्‍तक के बारे में एक पैराग्राफ में कुछ नहीं कहा जा सकता। मुझे इसके जल्‍द बाज़ार में आने की उम्‍मीद है।

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